आधार कार्ड आम आदमी की पहचान

आधार कार्ड, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) आधार कार्ड जारी करता है, जो भारत के नागरिकों को जारी किया जाने वाला पहचान पत्र है। यह 12 अंकों का यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर होता है। आप विभिन्न आधार नामांकन केंद्रों या आधार सेवा केंद्रों  पर जाकर अपनी बायोमेट्रिक और आवश्यक जानकारी दे कर आधार कार्ड बनवा सकते हैं। यह संख्या, भारत में कहीं पर भी, व्यक्ति की पहचान और पते का प्रमाण हैं। कोई भी व्यक्ति आधार के लिए नामांकन करवा सकता है बशर्ते वह भारत का निवासी होना चाहिए ,चाहे उसकी उम्र कुछ भी और महिला हो या पुरुष  हो। सभी आधार कार्ड के लिए नामांकन करवा सकता है। प्रत्येक व्यक्ति केवल एक ही बार नामांकन करवा सकता है। इसके बाद आप अपडेट कर सकते हैं। आधार कार्ड अब सभी चीजों के लिए जरूरी होता जा रहा है। पहचान के लिए हर जगह आधार कार्ड मांगा जाता हैं। आधार कार्ड प्रत्येक व्यक्ति की जीवनभर की पहचान है। आधार कार्ड आपको बैंकिंग, मोबाईल फोन कनेक्शन और सरकारी व गैर-सरकारी सेवाओं की सुविधाएँ प्राप्त करने में सहायक हैं। हाँ आप को याद दिला दे कि आधार कार्ड में मोबाइल नंबर लिंक करना अनिवार्य हैं। अगर आपके आधार कार्ड में मोबाइर नंबर लिंक नहीं हैं, तो आपका कोई भी काम नहीं होगा। यदि आपके आधार कार्ड में मोबाइल नंबर लिंक नहीं हैं, तो आप अपने नजदीकी आधार सेवा केन्द्र जाकर अपना मोबाइल नंबर लिंक कर सकते हैं। आधार कार्ड, आज के समय का एक महत्त्वपूर्ण और आवश्यक दस्तावेज हैं। किसी भी काम के लिए, जहां पहचान पत्र दिखाना हो, इस कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है। गरीब लोग काम की तलाश में जगह-जगह जाते हैं और उनके पास अपनी पहचान बताने का कोई जरिया नहीं होता। आधार कार्ड उनकी पहचान है। आधार कार्ड से वे बैंक में अपना खाता खुलवा सकते हैं। अपना पैसा खुद निकलवा सकते है।। रोजगार के लिए खुद को रजिस्टर्ड करवा सकते हैं। आधार कार्ड बनाने के लिए सेंटर पर पहचान और पते के सबूत के तौर पर पैन कार्ड, राशन कार्ड, बिजली बिल, वोटर कार्ड आदि में से किसी एक की फोटो कॉपी जमा करना पड़ता हैं।

 

 

 

 

 

 

 

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